'सिय्योन की ओर' - पूरी फिल्म (5 के भाग 2)

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May 30, 2015

Texe Marrs: औसत यहूदी मानते हैं कि ओल्ड टेस्टामेंट मिथकों और कहानियों की एक शानदार किताब़ है जिससे अच्छी शिक्षाएं मिलती हैं, लेकिन आप ओल्ड टेस्टामेंट को केवल तलमुड और कब्बालाह को पढ़कर ही समझ सकते हैं।

पादरी एंडरसन: यहूदियों ने उत्पत्ति के प्रथम अध्याय से ही टोरा पर विश्वास करना बंद कर दिया।

Rabbi Wiener: मैं विश्वास करता हूं कि रचना एक अंतहीन प्रक्रिया है। विकास प्रक्रिया का ही एक हिस्सा है और मेरे लिए शुरूआत है। आप जानते हैं बहुत ऐसे लोग जो बिगबैंग थ्योरी के बात करते हैं मेरा उनसे कोई विवाद नहीं है।

पादरी एंडरसन: तो तुम उत्पत्ति का प्रारम्भ अदन के बाग और साँप से नहीं मानते..... शब्दार्थ से नहीं मानते?

Rabbi Wiener: नहीं मेरे लिए सिर्फ कहावत है।

पादरी एंडरसन: जब तुम मूसा की पुस्तकों की मुख्य सीखों की और ध्यान दोगे, यहूदी उत्पत्ति से लेकर व्यवस्था विवरण तक कुछ भी नहीं मानते। मैं जानता हूँ कि खतना ....

Leader Schesnol: आउच।

पादरी एंडरसन: मेरे ख्याल से यह यहूदी धर्म का एक बड़ा हिस्सा है। ठीक?

Leader Schesnol: ऐसा ही है।

Rabbi Wiener: अगर एक बालिग मेरे पास धर्म परिवर्तन के लिए आता है और उसका खतना नहीं हुआ है तो वह बहुत आम मुद्दा है। आप एक सुई लीजिए और उसे हलके से चुभा दीजिए जिससे कि उसके खून की 1 बूंद निकल आये और काफी।

पादरी एंडरसन: यह प्रतीकात्मक अधिक है?

Rabbi Wiener: हां।

Leader Schesnol: सिर्फ उसकी स्वेच्छा दर्शाने के लिए उस प्रसंविदा का हिस्सा बनने के लिए ऐसा किया जाता है।

पादरी एंडरसन: वे आगे की चमड़ी को पूरा नहीं निकालते? केवल प्रतीकात्मक रूप से थोड़ा सा ....

Leader Schesnol: बिल्कुल.

पादरी एंडरसन: टोरा के अनुसार, इब्राहीम ९९ साल का था जब उसका खतना हुआ और उसका बेटा इस्माईल केवल १३ का। मगर आजकल वे लोग नहीं करते?

Leader Schesnol: नहीं।

पादरी एंडरसन: अब नए विधान ( न्यू टेस्टामेंट) को मानने वाले ईसाई खतना नहीं करवाते। मगर यहूदी, याद रखो, वे कहते हैं कि वे मूसा के विधान को मानते हैं, इसलिए अगर वे वास्तव में मानते हैं तो उन्हें आगे की चमड़ी पूरी निकाल कर खतना करवाना चाहिए। टोरा यही सिखाता है।

Pastor Berzins: मैंने इसे कई बार सुना है, “ओह, यहूदी ओल्ड टेस्टामेंट पर विश्वास करते हैं। वे सिवाय ईसा मसीह के, हम जो भी करते हैं उस पर वे विश्वास करते हैं”, और वह एक झूठ है। वे परमेश्वर पर विश्वास नहीं करते हैं। वे ईसा मसीह पर विश्वास नहीं करते हैं। वे ओल्ड टेस्टामेंट पर विश्वास नहीं करते हैं, और वे न्यू टेस्टामेंट पर विश्वास नहीं करते हैं। वे दोनों में से किसी पर विश्वास नहीं करते हैं।

Rabbi Wiener: आप किस तरह से सही गलत चीजों का नतीजा निकालते हैं इसे सभ्यता कहते हैं। लोग एकजुट होते हैं और संकल्प लेते हैं ‘‘तुम्हें चोरी नहीं करना चाहिए’’ तो सभ्यता बताती है ‘‘ यह बुरी है’’ और इसी तरह हम अच्छाई को मापते हैं। अगर आप एक अच्छे समाज से हैं जहां चोरी करने को अच्छा माना जाता है तो उसी तरह सभ्यता अच्छाई और बुराई में अंतर करती है। वहां आप चोरी नहीं करते तो आप बुरे हैं और करते हैं तो आप हममें से एक हैं।

पादरी एंडरसन: क्या पूर्ण सत्य या पूर्ण मिथ्या कुछ है, जैसे चोरी करना गलत है क्योंकि परमपिता परमेश्वर ने ऐसा कहा है?

Rabbi Wiener: मेरी राय में कोई पूर्ण नहीं है।

Pastor Romero: जॉन 5:46-47 में यह कहा गया है

"क्यों कि जो तुम मूसा का विश्वास करते तो मेरा विश्वास करते इसलिए कि उसने मेरे विषय में लिखा. परन्तु जो तुम उसके लिखे पर विश्वास नहीं करते हो तो मेरे कहे पर क्यों कर विश्वास करोगे."

Pastor Romero: ईसा मसीह यहूदियों को उनके दिन के बारे में कह रहे हैं कि उन लोगों ने मोज़ेज पर विश्वास नहीं किया था। उन लोगों का पुरजोर दावा था कि वो मोज़ेज पर विश्वास करते हैं और वे लोग उन पर विश्वास नहीं करते हैं, लेकिन वे यहां समझाते हैं, कि यदि तुम उन पर विश्वास नहीं करते हो, तब तुम मोज़ेज में विश्वास नहीं करते हो।

Rabbi Wiener: हम अलग अलग तरह से अभ्यास करते हैं। हम अलग अलग तरीके से सोचते हैं और शायद हमारा दृष्टिकोण भी अलग है। लेकिन हमारी मंजिल एक है। हम ईश्वर तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं और यही हमारा मुख्य उद्देश्य है।

पादरी एंडरसन: तो तुम मानते हो कि सारे धर्म एक ही मंजिल की ओर जा रहे हैं, केवल रास्ते अलग अलग हैं?

Rabbi Wiener: बिल्कुल, हमारे पास अलग अलग तरीके हैं ईश्वर तक पहुंचने के। पर यह किसी एक को दूसरे से बेहतर नहीं बनाता। ईश्वर तक पहुंचने का कोई एक रास्ता नहीं है। ईश्वर को समझने का कोई एक तरीका नहीं हैं। हमें एक दूसरे को समझना होगा। हमें अपने आपको समझना होगा।

Rabbi Abrami: मुक्ति या मोक्ष जैसी कोई चीज नहीं है जो हमें बदल दे। आप वो करते हैं जो सही है और आप अपने आपको हर वक्त बचाते हैं। ईश्वर स्वर्ग में नहीं है, अगर कोई मुझे बताता है कि आत्मा स्वर्ग में है तो उन्हें आत्माओं के बारे में क्या पता। ये बच्चों के लिए है आपको उन्हें इस प्रकार बताना पड़ता है। ‘‘आज दादाजी घर क्येां नहीं आये’’ वो स्वर्ग में हैं।

पादरी एंडरसन: और दोज़ख? क्या दोज़ख यहूदी धर्म का हिस्सा है? एक डरावनी सजा पाने वाली जगह.……

Rabbi Abrami: मैं नरक में रहा हूं जिसे हम बोलते हैं ‘‘वैली आॅफ हिनम’’

पादरी एंडरसन: जहन्नुम भी। ठीक?

Rabbi Abrami: यरूशलम के ठीक बाहर एक जगह है जिसे हम ‘‘वैली आॅफ सन्स आॅफ हिनम’’ कहते हैं। ये वो जगह है जहां नास्तिक भेंट चढ़ाने के लिए मनुष्य की बलि चढ़ा देते हैं और निष्कर्ष के रूप में वे कभी कल्पना करते थे कि विश्व में एक ऐसी जगह है जहां एक दिन सभी बुरे लोगों केा जाना है।

पादरी एंडरसन: तो तुम नहीं मानते कि पुराने विधान में किसी दोजख या जहन्नुम जैसी कोई सीख है?

Rabbi Abrami: नहीं।

पादरी एंडरसन: ओके, ठीक है।

Rabbi Wiener: बहुत से लोग आपको कहेंगे कि बाइबिल कहती है कि अगर आप कुछ नहीं करेंगे तो आपकी जिंदगी बेकार है या फिर आप नरक में जायेंगे।

पादरी एंडरसन: दोज़ख

Rabbi Wiener: जेा भी हो हम इसे नहीं मानते उस तरह कुछ, लेकिन मेरी भावनायें अलग हैं।

पादरी एंडरसन: यदि यहूदी उत्पत्ति को स्वीकार नहीं करते, आदम और हव्वा की कहानी पर विश्वास नहीं करते, उन्हें नूह पर विश्वास नहीं, बेबल की मीनार पर भरोसा नहीं, वे इन कहानियों का उपहास करते हैं, वयस्कों का खतना कराने में उन्हें विश्वास नहीं, पशु बलि पर उन्हें भरोसा नहीं, तो फिर वे टोरा के किस हिस्से को मानते हैं? यह उनकी सबसे ज्यादा मान्य किताब है, पर जब तुम इनकी सीखों पर ध्यान दो तो वे इनमें से एक को भी नहीं मानते।

पादरी एंडरसन: आज अमेरिका में ऐसे कई ईसाई हैं जो इसराइल समर्थक हैं।

Rabbi Mann: बहुत।

क्या ये इतिहास में हमेशा से ऐसा ही रहा है?

Leader Schesnol: हे भगवान, नहीं।

पादरी एंडरसन: या यह कोई नई घटना है?

Leader Schesnol: नहीं। ये पूरे इतिहास में कभी नहीं हुआ।

Rabbi Mann: पारंपरिक रूप में इसाई धर्म अनिवार्य तुलनात्मक सामी विरोधी था। ईसाइ्र जायोनिस्ट की धारणा नवीनतम है। वे लोग इस धारणा को बनये रखते हैं, कि यहूदी ईश्वर के द्वारा चुने हुए लेाग हैं और हमेशा हैं ईश्वर द्वारा चुने हुए लोगों में रहेंगे। वे ये परिभाषा इस्तेमान करते हैं ‘‘ज्ीम ंचचसम व िहवकश्े मलम’’

पादरी एंडरसन: क्या ऐसा अभी अभी हुआ है?

Rabbi Mann: हां, मैं कहूंगा कुछ 100 साल हैं, इससे ज्यादा पुरानी बात नहीं होगी।

Rabbi Abrami: प्रतिस्थापना धर्मशास्त्र ने बहुत अहम भूमिका निभाई हैं इसाई धर्म में।

TV Preacher 1: विपरीत धर्म-शास्त्र क्या है?

Hal Lindsey: विपरीत धर्म-शास्त्र यहूदी विरोधी ईसाई का मूल और भाग है।

TV Preacher 2: यह चर्च में एक संक्रमण की तरह है।

TV Preacher 3: मुख्य रूप से यह कहता है कि अब चर्च इज़राइल का स्थान ले चुका है, और यह धर्म-शास्त्र जो यहूदी लोगों के स्थान को नकारता है और उसका स्थान चर्च को देता है, एक नया और सच्चा आध्यात्मिक इज़राइल मानता है, यह बहुत खतरनाक है क्योंकि मैं मानता हूँ कि यह यहूदी विरोध का मूल कारक है।

Rabbi Abrami: बहत से धर्मशास्त्रियों ने सदियों से प्रतिस्थापना धर्मशास्त्र का पं्रचार किया है।

पादरी एंडरसन: क्या तुम कुछ ऐसे लोगों का नाम बता सकते हो जो इसका प्रचार करते हैं?

Rabbi Abrami: मेरे पास सब कुछ है जान क्रिसोेस्टोंमा के बारे में वे चर्च के मुख्य सामीविरोधी थे।

जॉन क्रीसोस्टोम: " यहूदी पूजा स्थल वेश्यालय से भी बदतर हैं.… बदमाशों और जंगली जानवरों की रिहाइश है.... मूर्ति पूजक दैत्यों का मंदिर है.... अय्याशों का घर और शैतानों का मुकाम है. … यहूदियों का आपराधिक जमावड़ा है। .... ईसाईयों के हत्यारे यहाँ मिलते हैं.... अधर्मी शैतानों का घर और बर्बादियों का समंदर है। यही बात मैं उनकी रूहों के बारे में भी कहूँगा।

Rabbi Abrami: उन्होंने यहूदियों को पिशाच बना दिया जो अभी भी मौजूद है।

पादरी एंडरसन: तमाम तारीख में ईसाईयों ने यहूदियों को खुद के चुने हुए लोगों में से नहीं माना। उन्हें ऐसे लोग माना गया जिन्होंने ईसा मसीह मानने से इंकार कर दिया और इसीलिए खुदा ने भी उन्हें नकार दिया। उदहारण के लिए मार्टीन लूथर ने मरने से पूर्व अपनी आखिरी किताब का नाम रखा, " ऑन दि ज्यूस एंड देयर लाइज़" और इस किताब में उसने इंजील से तरह तरह के तर्क रखे कि यहूदी क्यों खुदा के चुनिंदा लोगों में नहीं हैं। उसने तल्मूड की कई निंदनीय सीखों का भी खुलासा किया है।

Texe Marrs: उनके अंतिम जलसे में, उन्होंने यहूदियों के बारे में उपदेश दिया था, और उन्होंने कहा यहूदी हमारे ईश्वर और रखवाले ईसा मसीह से नफ़रत करते हैं, और उनके दगाबाज़ी से भरे हुए व्यवहार से, वे सभी प्रकार की तिकड़मों और छल से हमारे साथ दगा करते हैं। और वे उन पर बहुत गुस्सा हो गए, उन्होंने वास्तव में कहा हमें जाकर तलमुड की उनकी सभी प्रतियों को जला देना चाहिए। वे तलमुड से बहुत गुस्सा थे। निसंदेह, आज यहूदी उनको घोर यहूदी-विरोधी मानते हैं।

Rabbi Abrami: सेन्ट आगस्टिन भी उनमें से भी थे।

पादरी एंडरसन: वह भी यहूदी विरोधी था?

Rabbi Abrami: बिल्ज्कुल सही वे बहुत नीचा दिखाते थे। ये सही में नफरत है।

पादरी एंडरसन: इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की तुम जॉन क्रीसोस्टोम को सुन रहे हो या संत ऑगस्टीन, आदरणीय संत पीटर,मार्टिन लूथर या जॉन कैल्विन को.... किसी भी गिरजा के पादरी का नाम लो। इतिहास से किसी भी प्रोटेस्टैंट का नाम लो। सभी यहूदियों के बारे में लोग इस बात को मानते हैं कि यहूदी पूजा स्थल शैतान मंदिर है। यह एक झूठा धर्म है। "यहूदी भी खुदा के चुने हुए लोगों में हैं" अभी नया पैदा हुआ सिद्धांत है।

Texe Marrs: आप जानते हैं, पूर्व में 18वीं शताब्दी के अंत से पहले, जिस बारे में हम बात कर रहे हैं उसे प्रत्येक व्यक्ति जानता था, कुछ चीजें बदलाव की शुरुआत कर सकती हैं, पहले डॉ साइरस स्कॉफील्ड के साथ।

Pastor Furse: ईसाई पहचान स्कॉफील्ड एक तलाकशुदा आदमी थे। उनको शराब की लत थी। वो वकील से उपदेशक बने थे। उन्होंने अपनी पहली पत्नी लियोनटाइन सेरी को 1883 में छोड़ दिया। यह उनके अपनी पहली किताब़ “राइटली डिवाइडिंग द वर्ड ऑफ ट्रूथ” को लिखने के ठीक एक साल बाद हुआ था। तो वो 1882 में अपनी पहली किताब़ “राइटली डिवाइडिंग द वर्ड ऑफ ट्रूथ” लिखते हैं और 1883 में अपनी पहली पत्नी को छोड़ देते हैं, दूसरी महिला से शादी करते हैं, और उसके बाद में टेक्सॉस में-बहुत मशहूर, बहुत प्रसिद्ध-पॉस्टर बन जाते हैं। स्कॉफील्ड की ईश्वरीय संदेशों, पुनरागमन वाली बाइबिल को एक बड़े व्यापारी की आर्थिक सहायता के साथ संपादित किया गया था, उस व्यापारी की धार्मिक आस्थाओं पर कुछ प्रश्न उठ चुके थे।

उनके पास पैसा लेकर सेवा करने वाले यहूदी थे जिन्होंने उनको लोट्स क्लब का सदस्य बना दिया था-जो एक गुप्त समाज की तरह था - और अचानक उनके पास बहुत सा पैसा आ गया था। यह भ्रष्ट वकील जिसने अपनी पत्नी को बेसहारा छोड़ दिया था और कई मामलों में इसे दोषी पाया गया था जैसे वकालत में भ्रष्टाचाप- लेकिन स्कॉफील्ड ने पैसे खर्च किए और ऑक्सफोर्ड समूह ने उसकी बाइबिल को इंग्लैंड के बाहर छपवाया था। उन्होंने भ्रष्ट वकील को क्यों लिया होगा और उसे बाइबिल का संपादक क्यों बनाया होगा? और उसके बाद अचानक ही उन लोगों को इसे प्रचारित करने के लिए लाखों डॉलर मिल गए। इतने पैसे के साथ, बाइबिल का बहुत मशहूर हो गई, और मुख्य रूप से यह यहूदियों के लिए एक गुप्त समझौता था।

पादरी एंडरसन: बाइबिल (स्कोफ़ील्ड संदर्भ) एक अत्यधिक इसराइल समर्थक ग्रंथ है, अत्यधिक यहूदी और इस पुस्तक ने नयी पीढी के युवा प्रचारकों की सोच में किसी भी दूसरी किताब के मुकाबले में बहुत अधिक परिवर्तन लाया है।

ईसाईयों में आजकल एक अन्य विश्वास है, जो एक गलत विश्वास है, जिसके बारे में धर्म की किताब़ों में नहीं लिखा है, वो विश्वास है कि हमें इज़राइल को आशीष देना चाहिए। वे उन बातों पर जाते हैं जिसे वे अब्राहमिक आदेश कहते हैं। वे जेनेसिस 12 पर वापस जाते हैं, और कहते हैं, “यदि हमें परमेश्वर का आशीष चाहिए तो हमें इज़राइल को आशीष देना होगा, हमें उन्हें आशीष देना होगा ”

उत्पत्ति १२:१-३ इस विषय पर मुख्य लेखन है जिसमें परमपिता ईश्वर इब्राहिम को बुलाता है तथा आशीर्वाद देता है। यह कहता है, " और अब ईश्वर इब्राहिम से कहता है, “अपने देश से बाहर निकलो, अपने परिजनों तथा पिता के घर से भी, और उस जगह पर जाओ जो मैं तुम्हें दिखाता हूं । मैं तुमसे एक महान देश बनाऊंगा । और मैं तुम्हें आशीर्वाद दूंगा। मैं तुम्हारे नाम को महान बनाऊंगा। मैं तुम्हें दूसरों को आशीर्वाद देने योग्य बनाऊंगा। र्मैं उन्हें आशीर्वाद दूंगा जो तुम्हारे लिये आशीर्वचन कहेंगे और उन्हें श्राप दूंगा जो तुम्हें अभिशाप देंगे। तुम्हारे द्वारा इस पृथ्वी के समस्त परिवार आशीर्वाद धन्य होंगे।“

पादरी एंडरसन: अब इस लेखन के अनुसार परम पिता इब्राहिम से आशीर्वाद देने हेतु वचनबद्ध है। ध्यान रहे कि यहां तुम एक वचन है और परम पिता का वचन केवल इब्राहिम के लिये है। किन्तु स्कोफ़ील्ड ने अपने उत्पत्ति: १२ के नोट में ऐसा माना कि यह 'तुम' भविष्य के सम्पूर्ण इसराईल राज्य के लिये है जो कि गलत है। वर्तमान के बहुत से मसीही इन सिद्धान्तों को नये विधान से नहीं ग्रहण करते, बल्कि स्कोफ़ील्ड के सन्दर्भ बाइबिल के नोट से प्राप्त करते हैं। जब तुम पुराने विधान में ईश्वर के द्वारा इब्राहीम को दिये गये वचनों को पढते हो तो तुम्हें गलातियों ३:१६ की सीख का ध्यान रखना होगा जो कहता है,

"फिर प्रतिज्ञाएं इब्राहीम को और उसके वंशों को दी गई........"

अब अगर हम वहां रुक गए, तो आज के सभी ईसाई, या यहूदी, या कोई भी, कह सकते हैं, “देखो! यह अब्राहम और उनके संतान के लिए था, लेकिन पंक्तियां आगे जाती हैं। यह कहती हैं:

वह नहीं कहता है वंशों को जैसे बहुतों के विषय में परन्तु जैसे एक के विषय में और तेरे वंश को, सो ही ख्रीष्ट है.

पादरी एंडरसन: इस प्रकार पवित्र बाइबिल के अनुसार इब्राहीम और यीशु को वचन दिये गये तथा पवित्र बाइबिल अंश २९ में कहती है:

“पर जो तुम ख्रीष्ट के हो तो इब्राहीम के वंश और प्रतिज्ञा के अनुसार अधिकारी हो.”

पादरी एंडरसन: पवित्र बाइबिल के अनुसार हम ईसाई, चाहे यहूदी हों या गैर यहूदी, इब्राहीम को दिये गये वचन के वंशधर हैं। आज जो मध्य पूर्व के इस देश इसराईल में हैं, मसीही नहीं हैं। उनमें से ९९% लोग प्रभु य़ीशु को नहीं मानते। अत: वे इब्राहीम की सन्तान नहीं हैं। अत: उत्पत्ति १२:१-३ उन पर लागू नहीं होता।

Pastor Furse: लोग कहेंगे, "ठीक है, अगर हम अपने ऊपर ईश्वर की कृपा चाहते हैं, यदि हम अपने चर्च पर ईश्वर की कृपा चाहते हैं, यदि हम अपने देश पर ईश्वर की कृपा चाहते हैं, तो हमें इज़राइल का समर्थन करना होगा, हमें अवश्य ही इज़राइल की जमीन का समर्थन करना चाहिए। वैसे, अगर आप केवल अमेरीकी इतिहास के पिछले 66 से 67 सालों को देखें, तो क्या आपको अपने देश पर ईश्वर का आशीष दिखता है? क्या हमने 1940 में गर्भपात को कानूनी कर दिया था? नहीं, यह इसके बाद हुआ। आज के मुकाबले 1940 में हमारे कर्जों की क्या हालत थी? हम उस समय क्या थे उसकी तुलना आज हम क्या हैं उससे तुलना करें? आप मुझे यह नहीं समझा सकते हैं कि ईश्वर का आशीष इस देश पर आ चुका है क्योंकि लोगों के एक भौतिक समूह का समर्थन करने का "वायदा" करने से ईश्वर के आशीष का कोई संबंध है।

 

 

 

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